चित्रकूट ,12 फरवरी 2020। महात्मा गांधी चित्रकूट विश्वविद्यालय में चल रहे ग्रामोदय महोत्सव के अंतिम दिन आज स्थापना दिवस समारोह का आयोजन पूरी भव्यता और गरिमा के साथ संपन्न हुआ । अतिथि कलाकारों के रूप में उपस्थित सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट जानकीकुंड के नर्सिंग स्कूल की छात्राओं ने डांडिया गरबा नृत्य प्रस्तुत कर उपस्थित जनसमुदाय की खूब वाहवाही बटोरी। योग पाठ्यक्रम की छात्रा पूजा ने एकल दीप यज्ञ के माध्यम से भारतीय संस्कृति और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के रूप में शुभारंभ समारोह में अपनी शिरकत की। नयनाभिराम योग की एकल प्रस्तुति ने उपस्थित लोगों को प्रशंसा स्वरूप ताली बजाने के लिए मजबूर कर दिया।रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं की सांस्कृतिक साहित्यिक ललित कला खेलकूद विधा की प्रतिभाओं को प्रतियोगिता के माध्यम से चयनित करते हुए विधावार आयोजित प्रतियोगिताओं का परिणाम घोषित किया गया।कुलपति प्रोफेसर नरेश चंद्र गौतम ने प्रतिभाशाली और प्रथम ,द्वितीय एवं तृतीय स्थान अर्जित करने वाले प्रतिभागियों को ग्रामोदय महोत्सव में मंच से पुरस्कृत भी किया। छात्र छात्राओं की प्रसन्नता के मध्य कुलपति प्रोफेसर गौतम ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि 5 दिनों तक चलने वाले इस ग्रामोदय महोत्सव के माध्यम से प्रतिभाओं को चिन्हित कर उन्हें सार्वजनिक तौर पर सम्मानित किया जाता है। मुझे विश्वास है कि इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्र-छात्राएं राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन करेंगे। कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित रंगोली प्रतियोगिता के माध्यम से हुआ।प्रतियोगिता के संयोजक डॉ प्रसन्न पाटकर और ललित कला के प्रमुख संयोजक डॉ प्रसन्न पाटकर ने बताया कि रंगोली मानव जीवन में विशेष महत्व रखती है।भारतीय संस्कारों और पवित्र अवसरों में इसके माध्यम से लोग अपने परिसर को सजा कर कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं। खेलकूद प्रतियोगिताओं के संयोजक डॉ विनोद कुमार सिंह के संयोजकत्व में पुरुष एवं महिला संवर्ग के विभिन्न प्रतियोगिताएं संपन्न हुई। इसी क्रम में महिला सुविधा केंद्र में डॉ प्रसन्न पाटकर एवं डॉ जयशंकर मिश्र के संयोजकत्व में चित्रकला, फोटोग्राफी एवं मूर्तिकला के माध्यम से तैयार की गई कृतियों की प्रदर्शनी लगाई गई।
इस प्रदर्शनी का उद्घाटन कुलपति प्रोफेसर नरेश चंद गौतम एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय वेटरनरी एवं एनिमल हसबेंडरी विश्व विद्यालय मथुरा के पूर्व कुलपति प्रोफ़ेसर के एल एम पाठक व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती पाठक ने किया।स्थापना दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो के एल एम पाठक पूर्व कुलपति ने कहा कि छात्र-छात्राओं को उचित मंच देने के लिए ग्रामोदय विश्वविद्यालय ग्रामोदय महोत्सव का आयोजन कर रहा है। देश की अन्य शैक्षणिक संस्थाओं को इस तरह इस तरह के आयोजन करने चाहिए। कुलपति प्रोफेसर नरेश चंद्र गौतम ने कहा कि छात्र छात्राओं की प्रतिभाओं को चिन्हित और प्रतिष्ठित करना यथोचित सम्मान दिलाना हमारी प्राथमिकता है। इसी मूल भावना को लेकर ग्रामोदय महोत्सव का आयोजन स्थापना दिवस से जोड़कर संपन्न किया जाता है। उन्होंने पुरस्कार पुरस्कार पाने वाले विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए पुरस्कार से वंचित छात्र छात्राओं का आवाहन किया कि अपनी पढ़ाई के साथ-साथ अन्य विधाओं में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करें।डॉ तुषार कांत शास्त्री एवं विजय सिंह के संयोजन में ग्रामीण बालीवाल प्रदर्शन मैच अंतरराज्यीय स्तर का खेला गया। उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के समीपवर्ती ग्रामीण अंचल से आई ग्रामीण वाली बाल टीमों के मध्य प्रदर्शन मैच हुआ । मुख्य कार्यक्रम सद्भावना सभागार में डॉ विवेक फड़नीस और डॉ विनोद कुमार सिंह संयुक्त संयोजन में सांस्कृतिक कार्यक्रम में पुरस्कार वितरण के रूप में हुआ। स्वागत भाषण प्रोफेसर आई पी त्रिपाठी ने किया। डॉ ललित सिंह द्वारा ग्रामोदय महोत्सव 2020 प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। सांस्कृतिक प्रस्तुतियां का संचालन रामखेलावन पांडेय का रहा। आज सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि द्वारा प्रतिभागी प्रमाण पत्र एवं शील्ड देकर उत्साहवर्धन करते हुए हौसला बढ़ाया। पांच दिवसीय ग्रामोदय महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाले सांस्कृतिक, साहित्यिक, ललित कला एवं खेलकूद प्रतियोगिता के विभिन्न चरणों में अंतर संकाय स्तर पर कुल 676 प्रतिभागियों ने अपने कौशल का परिचय प्रतियोगिताओं के माध्यम से दीया। श्री सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट द्वारा संचालित नर्सिंग स्कूल कि छात्राओं ने आकर्षक गरबा नृत्य प्रस्तुत किया। इस अवसर पर योग की छात्रा पूजा ने योग मिश्रित दीप यज्ञ प्रस्तुत किया। इन दोनों प्रतिनिधि कार्यक्रमों को विश्वविद्यालय परिवार की ओर से कुलपति प्रोफेसर नरेश चंद्र गौतम ने सम्मानित किया।स्थापना दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के शाश्वत प्रेरणा स्रोत पूज्य महात्मा गांधी जी एवं राष्ट्र ऋषि श्रद्धेय भारत रत्न नाना जी देशमुख के चित्र पर दीप प्रज्वलन एवं पुष्प अर्पित कर मुख्य अतिथि एवं कुलपति द्वारा किया गया।